राजधानी दिल्ली में हुए हादसे में पुलिस के अनुसार क्या हुआ
राजधानी में हुए हादसे पर शोसल मिडिया पर तरह तरह की चीजे चल रही है लेकिन अब पुलिस ने भी कई चीजे स्पष्ट की हैं पुलिस के अनुसार कार से टक्कर के बाद युवती का शरीर गाड़ी में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर तक घिसटती रही. जानकारी मिलने पर पुलिस पीड़ित को दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक, “युवती के शरीर का पिछला हिस्सा और सिर के पीछे का भाग बुरी तरह घिस गया.”
उन्होंने सोशल मीडिया पर किए जा रहे ‘रेप और मर्डर’ के दावों को ख़ारिज करते हुए कहा, “ये सिर्फ़ दुर्घटना का मामला है. पीड़ित के साथ यौन दुर्व्यवहार नहीं हुआ.”
समाचार एजेंसी एएनआई ने डीसीपी सिंह के हवाले से बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है. अभियुक्तों की पहचान गाड़ी के नंबर के आधार पर की गई।
पीड़ित की मां ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया है कि उन्होंने ‘अब तक अपनी बेटी का शव नहीं देखा है.’ पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम के लिए एक टीम गठित की है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया है कि रविवार (1 जनवरी) कंझावला पुलिस स्टेशन को तड़के 3 बजकर 24 मिनट पर एक फ़ोन कॉल के जरिए जानकारी मिली कि एक कार एक व्यक्ति को घसीटते हुए ले जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “सुबह चार बजकर 11 मिनट पर एक और कॉल मिली जिसमें बताया गया था कि एक युवती का शव सड़क पर पड़ा है.”
उन्होंने बताया कि रोहिणी ज़िले की पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस के मुताबिक एक्सीडेंट जिस जगह हुआ वो सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन के तहत आता है. वहां के एसएचओ को एक स्कूटी के बारे में जानकारी मिली थी जिसका एक्सीडेंट हुआ था. इस मामले में सुबह तीन बजकर 53 मिनट पर सूचना दर्ज की गई थी.
बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा, “ये एक गंभीर मामला है. ये एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था.”
- गाड़ी रोककर पीड़ित की मदद करने की बजाए वो (कार चालक) उसे घसीटते रहे।
- हो सकता है कि शुरुआत में उन्हें पता न चल पाया हो कि पीड़ित गाड़ी के नीचे है लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला तब भी उन्होंने ग़लती सुधारने की कोशिश नहीं की. उनके ख़िलाफ़ क़ानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
- अभियुक्तों ने बताया है कि गाड़ी में तेज़ संगीत बज रहा था, वो उस वक़्त नशे में थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी।
- उन्होंने (अभियुक्तों ने) जो कहा है, उसका साइंटिफ़िक और फॉरेंसिक एविडेंस के साथ मिलान करना होगा।
- इस घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं था. पुलिस को जो कॉल मिली, वो उस व्यक्ति ने की जो गाड़ी के पीछे था, उसे लगा कि गाड़ी के पीछे कोई घिसटता हुआ जा रहा है।
- गाड़ी का नंबर हमें मिल गया था. गाड़ी मालिक ख़ुद गाड़ी में नहीं थे लेकिन उनके दोस्तों ने उनसे गाड़ी ली हुई थी. हम पांचों लोगों के घर तक पहुंचे और उन्हें गिरफ़्तार किया।
- अभियुक्तों ने बताया कि काफी आगे जाने के बाद उन्हें पता लगा कि बॉडी गाड़ी के साथ घिसट रही है. वहां उन्होंने अपनी गाड़ी को बैक (पीछे) किया. बॉडी अलग हुई और फिर वो चले गए।
- शरीर पर कपड़े हैं जो सोशल मीडिया पर तस्वीर है, वहां भी आप देखेंगे कि पैर पर कपड़े हैं जो खिचें हुए हैं।
- सोशल मीडिया पर जो फोटो और वीडियो दिखाया जा रहा है वो फ्रंट (शरीर के अगले हिस्से ) का है. हमारे पास बैक पोर्शन के(शरीर के पिछले हिस्से के) भी फ़ोटो हैं, जहां बैक (शरीर का पिछला भाग) के बॉडी पार्ट, सिर का पिछला हिस्सा पूरा घिस चुका है।
- ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है. बिना किसी तहकीकात के जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर ग़लत जानकारी दी है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
डीसीपी सिंह ने ये भी बताया कि पीड़ित का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इसके लिए मेडिकल बोर्ड बनाया है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने पीड़ित की मां के हवाले से बताया है कि उन्होंने अब तक अपनी बेटी का शव नहीं देखा है.
उन्होंने कहा, “मेरी बेटी मेरे लिए सबकुछ थी. वो कल (शनिवार) शाम पंजाबी बाग में काम करने के लिए गई थी.”
उन्होंने बताया, “मेरी बेटी शाम साढ़े पांच बजे के करीब घर से गई थी. उसने बताया था कि वो रात 10 बजे तक घर आ जाएगी. मुझे उसके एक्सीडेंट के बारे में सुबह जानकारी दी गई.”