क्या तुलसी दास को एक भूत ने भगवान राम से मिलने की राह दिखाई थी ?
तुलसीदास जी के संकटमोचन हनुमान जी के बारे में सुना होगा आपने काशी में शौच करने गए पीपल में ऐसे ही जल चढ़ाया और जैसे ही जल चढ़ाया भूत प्रकट हो गया और मांग ब्राह्मण क्या चाहिए? तुलसीदास ज़िन्दगी का भूत भूत ने का मांग क्या चाहिए? आप मुझे क्यों देना चाहते हो?
क्योंकि मैं यहाँ पता नहीं कब से प्यासा था तुने आज पानी डाला, मेरी प्यास बुझ गई, तुने मेरी प्यास बुझाई है तुलसीदास मैं तेरी प्यास बुझा दूंगा तुलसीदास जी ने कहा अपनी तो एक ही प्यास है, कोई मुझे राम से मिला दो।
राम मिलने के लिए तो पहले उनके पी ए से मिलना पड़ेगा। राम सीधे तो नहीं मिलेंगे न ? तो तुलसीदास जी के मुख से निकला अच्छा हनुमान जी यह सुनते ही भूत गायब हो गया तुलसी दास जी ने माथा पकड़ लिया, तेरी किस्मत फूटी की फूटी है तुझे एक आदमी मिला यार चाहे बहुत ही मिला हनुमान जी राम जी से मिलाने वाला तुने वो भी खो दिया आदमी वादे का पक्का हो या ना हो भूत तो होता ही है तुलसीदार जी थोड़ा आगे चले जा। भूत फिर मिला और कहा अब उनके पी ए का नाम न लेना और बताया की एक जगह राम कथा होती हैं वहां जो सबसे पहले आए और सबसे बाद में जाए वही तुम्हे राम से मिलवा देंगे और इस तरह से तुलसी दास जी पहले हनुमान से मिले और फिर राम से ।