क्या आप भी हैं पॉपकॉर्न ब्रेन के शिकार

अगर आप भी हर दूसरे सेकेंड पर चैनल बदलते रहते हैं और मोबाइल की स्क्रीन को स्क्रॉल करना आपकी आदत बन गया है तो हो सकता है कि पॉपकॉर्न ब्रेन के शिकार हों।

ये बहुत मुमकिन है कि आपको भी पॉपकॉर्न ब्रेन की समस्या वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के रिसर्जर डेविड लेवि के अनुसार, आपका ब्रेन डिजिटल दुनिया की मल्टी टास्किंग और स्क्रॉलिंग का इतना आदि हो चुका है कि आपका ब्रेन डिजिटल दुनिया की नकल करने लग गया है। इसीलिए आपके विचार पॉपकॉर्न की तरह। इधर उधर फुदकने लगे हैं। इससे आपके कॉन्सन्ट्रेशन फोकस लर्निंग और मेमॅरि पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है।
एक तरह का सिंड्रोम है जिसमें दिमाग उछल उछल कर हर दूसरी तीसरी चीज को देखने के लिए भागता है ।
 कोई भी बात या चीज उसकी उत्सुकता को शांत नहीं कर पाती और वो बस कुछ नया देखने और जानने के लिए इधऱ उधर भागता रहता है । ऐसे में दिमाग में धैर्य की कमी हो जाती है और दिमाग जरूरी चीजों पर फोकस कर पाने में नाकाम हो जाता है. चलिए जानते हैं कि पॉपकॉर्न ब्रेन आखिर क्या है और ये सेहत के लिए कैसे खतरनाक हो सकता है।
रिसर्च कहती है कि जब  किसी व्यक्ति में अटेंशन स्पैन यानी ध्यान बनाए रखने का समय कम हो जाता है तो वो पॉपकॉर्न सिंड्रोम का शिकार माना जा सकता है। 2004 तक टीवी की स्क्रीन पर किसी चीज को देखने औऱ चैनल बदलने के लिए लोग ढाई मिनट खर्च करते थे । 2012 में ये स्पैन कम होकर सवा मिनट हो गया । फिलहाल वक्त में लोग मोबाइल या टीवी की स्क्रीन पर महज 47 सैकेंड तक ही टिक पाते हैं। यानी 47 सेकेंड बाद उनका दिमाग दूसरी चीज की तरफ मुड़ जाता है. पॉपकॉर्न की तरह उछलने वाला ये दिमाग हर सैकेंड पर बदल रहा है, वो एक से दूसरी चीज पर कूद रहा है और कुछ कर नहीं पा रहा है. यानी उसका फोकस और पेशेंस नदारद हो गया है. पॉपकॉर्न की तरह उछल उछल कर फोकस गंवाने वाले दिमाग को कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
डॉक्टर कहते हैं कि दिमाग को कंट्रोल करने के लिए कई तरह की मेंटल एक्टिविटीज हैं और कुछ आदतें भी ऐसी हैं जिनके जरिए आप पॉपकॉर्न ब्रेन को कंट्रोल कर सकते हैं । अखबार पढ़ने की आदत डालिए. मोबाइल पर डिपेंडेंसी कम कीजिए। अपनी हॉबीज पर फोकस कीजिए और उसके लिए समय निकालिए. लोगों से मिलना जुलना बढ़ाइए। मेडिटेशन से भी आपको लाभ होगा. सप्ताह में कम से कम एक दिन के लिए डिजिटल डिटॉक्स कीजिए यानी मोबाइल से दूरी बनाइए।

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