IFFM में बॉलीवुड एक्टर, भूमि पेडनेकर को मिला ‘डिसरप्टर ऑफ द ईयर’ का सम्मान

बॉलीवुड एक्टर, भूमि पेडनेकर को इस साल इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (IFFM) में प्रतिष्ठित ‘डिसरप्टर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

भूमि पेडनेकर बॉलीवुड की युवा और बेहद होनहार अदाकारा हैं, जिन्होंने हमेशा अपने दमदार अभिनय और हर फ़िल्म में अपनी भूमिका को बखूबी निभाकर दर्शकों का मन मोह लिया है। हर जॉनर की फ़िल्म में उनकी एक्टिंग बेमिसाल रही है और अब तक उनकी हर फ़िल्म में उनका परफॉर्मेंस भी अव्वल दर्जे का रहा है, और इसी वजह से उन्हें इस जेनरेशन के सबसे शानदार एक्टर में से एक के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने अपनी पहली फ़िल्म, ‘दम लगा के हईशा’ में लीक से हटकर बिल्कुल अलग किरदार को बड़े सहज तरीके से निभाया और बाद में ‘बधाई दो’, ‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ और ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ जैसी सामाजिक मुद्दों पर बनी फ़िल्मों में अपने लाजवाब परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत लिया। अपनी पहली फ़िल्म से लेकर आज तक, भूमि ने लगातार ऐसी भूमिकाएं निभाई हैं, जो समाज के पुराने रीति-रिवाजों को चुनौती देती हैं और उन आवाजों को दुनिया के सामने लाती हैं, जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। भूमि पेडनेकर ने भारतीय फ़िल्म इंडस्ट्री में सिर्फ 7 साल काम किया है और इस दौरान अपनी शानदार एक्टिंग के लिए 26 अवॉर्ड जीते हैं, और इसी वजह से वह इस देश की अब तक की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक बन गई हैं।
यह समारोह सही मायने में क्रिएटिविटी और दोनों देशों के कल्चर का बेहतरीन संगम है। इसी समारोह में सिनेमा जगत में भूमि के बेमिसाल योगदान, तथा अपनी दमदार भूमिकाओं और सोचने पर मजबूर कर देने वाले परफॉर्मेंस के जरिये परंपराओं को चुनौती देने की काबिलियत के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
इस बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, भूमि पेडनेकर ने कहा, “IFFM में ‘डिसरप्टर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड पाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है, जिसके लिए मैं उनकी शुक्रगुजार हूं। यह सम्मान पाकर मुझे बेहद खुशी हो रही है क्योंकि मैं कभी भी घिसे-पिटे रास्ते पर नहीं चली हूं। मेरे लिए यह अवॉर्ड इसलिए भी काफी मायने रखता है, क्योंकि इससे पता चलता है कि बाधाओं को तोड़ने और मौजूदा हालात को चुनौती देने के लिए की गई मेहनत यकीनन रंग लाती है। अब तक मैंने जो भी फ़िल्में की हैं, उन पर मुझे गर्व है, लेकिन मुझे ‘बधाई दो’ पर थोड़ा ज्यादा गर्व है क्योंकि इसके जरिये मुझे भारत में LGBTQIA+ कम्युनिटी के समर्थन में अपनी आवाज को दुनिया तक पहुंचाने का मौका मिला।”
IFFM में ‘डिसरप्टर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड उन लोगों के लिए एक बड़ा सम्मान है, जो फ़िल्म इंडस्ट्री में बाधाओं को तोड़ने और सीमाओं को पार करने का जज़्बा दिखाते हैं। एंटरटेनमेंट की दुनिया में भूमि पेडनेकर का यह सफर वाकई काबिले-तारीफ़ रहा है, जो हमेशा से ही दर्शकों को पसंद आने वाली भूमिकाओं को चुनने के लिए जानी जाती हैं और अपने किरदारों के ज़रिये वे ऐसे सामाजिक मुद्दों को लोगों के बीच चर्चा का विषय बनाती हैं, जिन पर ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है।
भूमि पेडनेकर ने कहा, “एक डिसरप्टर के तौर पर, मैंने हमेशा नई संभावनाओं की तलाश करने, स्टीरियोटाइप को तोड़ने और सभी को शामिल करने की सोच के साथ बदलाव के नए रास्तों को सामने लाने की कोशिश की है। यह अवॉर्ड सिर्फ मेरे इस सफर का जश्न नहीं है; बल्कि यह बिना डरे अपना काम करने वाले उन सभी लोगों के लिए भी एक बड़ा सम्मान है, जो अलग सपने देखने की हिम्मत रखते हैं और दुनिया पर पॉजिटिव इम्पैक्ट डालने की कोशिश करते हैं।”
भूमि सही मायने में इस पुरस्कार की हकदार हैं, जिसे पाकर उन्होंने न केवल एक सिनेमैटिक डिसरप्टर के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है, बल्कि उन्होंने एक ऐसे भविष्य की राह तैयार की है जिसमें सामाजिक मुद्दों पर बातचीत को एक नया नज़रिया देने और मौजूदा हालात को चुनौती देने में फ़िल्मों की अहम भूमिका होगी।

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