मुंबई में जून के पहले सप्ताह में कोरोना की रफ्तार थमेंगी
मुंबई में कहर बरसाने के बाद कोरोना की रफ्तार धीमे ही सही सुस्त पड़ने लगी हैं और कोरोना मरीजों की संख्या में गिरावट देखी जा रही हैं रविवार को जहाँ 3672 कोरोना मरीज मिलें तो वही मौत का आंकड़ा 79 रहा।
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल के वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च मुंबई के लिए राहत की खबर लाया हैं उसके अनुसार मई में मुंबई में मृत्यु की संख्या तो बढ़ेगी लेकिन कोरोना भी कमजोर पड़ेगा।
इस रिसर्च में कहा गया है अगर यहाँ वैक्सीनेस्सन को सही तरीके से लागू किया गया और आधे से अधिक जनता को वैक्सीन मिल गयी तो जून में न सिर्फ हालात सामान्य होंगे बल्कि जुलाई में स्कूल भी खोले जा सकेंगे। बस ये इस पर आधारित होगा कि कोरोना का कोई नया वेरियंट न मिले।
इसी रिसर्च में कहा गया की मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर फैलाने में फूल फेज में मुंबई का लोकल ट्रेन चलाना रहा , साथ ही इस बार का कोरोना वेरिएंट ढाई गुना अधिक आक्रमक था । जनवरी में मुंबई का भीड़ भरा वातावरण मुंबई में कोरोना के नए वेरिएंट के लिए आदर्श साबित हुआ और महाराष्ट्र के बाकि शहरों में भी कमोबेश यही स्थिति रही ।
अब देखना है की मुंबई के कोरोना की दूसरी लहर पर की गई रिसर्च और उसकी भविष्यवाणी कितनी सही साबित होती हैं ।