ममता और केंद्र में रार जारी
जबसे बंगाल चुनाव में ममता फिर से जीती हैं दोनो में कड़वाहट और बढ़ी हैं दोनो एक दूसरे पर संघीय ढांचा तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं।
बंगाल के मुख्य सचिव अलापन को केंद्र अपने पास वापस बुलाना चाहती थी लेकिन ममता ने उन्हें रिटायर कर तीन साल के लिए अपना मुख्य सलाहकार बना लिया। एक तरह से ममता ने केंद्र का फैसला मानने से इंकार कर दिया हालांकि केंद्र की तरफ से कहा गया है वो अलापन पर कारवाई करेंगे ।
अब इस मामले में ममता ने अपना रुख साफ किया हैं उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बगैर किसी स्पष्टीकरण या कारण के एक के बाद एक पत्र जारी किए। आप न्याय नहीं दे सकते और नौकरशाही को निशाना बनाकर आप अन्याय कर रहे हैं। वे हमें लड़ने से नहीं रोक सकते
ममता ने कहा, यह बदला निकलने की राजनीति के तहत किया गया कृत्य है। वे अब ममता बनर्जी पर हमला करने के लिए मुख्य सचिव और अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। सीएम ने कहा कि संघवाद कमजोर हो रहा है और यहां कोई परामर्श प्रक्रिया नहीं है। ममता आगे बोलीं कि मुझे इस बात पर हैरानी होती है कि पीएम राजनीतिक बदला लेने की आखिर सलाह कौन देता है? केवल इसलिए कि आप ममता बनर्जी को पसंद नहीं करते हैं और क्योंकि आप हार गए हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ममता के समर्थन में उतरे हैं वैसे ये मामला इतनी जल्दी शांत होता हुआ नही दिख रहा हैं।
केंद्र और ममता के बीच इस लड़ाई में फिलहाल ममता भारी पड़ते हुए दिखाई दे रही हैं।