पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह का निधन
कोरोना से लगातार लोगों की जाने जा रही हैं वुधवार को राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के चीफ और 86 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह का कोरोना से निधन हो गया है ।
अजित सिंह 20 अप्रैल को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे उसी रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज उनका निधन हो गया। ये खबर उनके बेटे जयंत चौधरी ने ट्वीट कर दी है।
जयंत चौधरी ने कहा, “दुख और महामारी के काल में हमारी प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें, संभव हो तो घर में रहें और सावधानी जरूर बरतें. इससे देश में सेवा कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी मदद मिलेगी. ये चौधरी साहब को आपकी सच्चा श्रदांजलि होगी।
अजित सिंह अमेरिका से पढ़ाई की थीं और उनके पिता चौधरी चरण सिंह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके है।
जब पिता चौधरी चरण सिंह की तबियत खराब रहने लगी तो अजित सिंह भारत लौट आए और उनकी राजनैतिक विरासत संभाली। 1980 में चौधरी चरण सिंह ने उन्हें लोकदल की कमान सौंप दी। अजित सिंह 1986 में पहली बार उत्तर प्रदेश से राज्यसभा पहुंचे। 1987 में उन्हें लोकदल का अध्यक्ष बनाया गया और 1988 में जनता पार्टी के अध्यक्ष घोषित किए गए।
अजित सिंह ने 1989 में पहली बार लोकसभा चुनाव बागपत सीट से जीता। 1998 में अजित सिंह इस सीट पर बीजेपी के नेता सोमपाल शास्त्री से चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) बनाई और 1999 में चुनाव जीत लिया। इसके बाद से वे लगातार 2009 तक इस सीट पर जीतते चले आए। 2014 में उन्हें बीजेपी के सत्यपाल से मात मिली थी। इसके बाद 2019 में उन्होंने मुजफ्फरनगर से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार का सामना करना पड़ा ।
वो कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे , जाटो के वो बड़े नेताओं में से थे उनकी मृत्य पर कई गणमान्य लोगों ने ट्वीट कर अपनी संवेदना प्रकट की है ।