शरद केलकर ने की घोषणा, 12 जुलाई को “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” हो रही रिलीज़, मिला सेंसर सर्टिफिकेट
बहुप्रतीक्षित फिल्म “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” 12 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। गौरतलब है कि इस फ़िल्म का टीज़र आते ही मीडिया में चर्चा शुरू हो गई थी। सेंसर को लेकर कई प्रकार की बाधाओं की वजह से भी फ़िल्म सुर्खियों में रही है। सेंसर बोर्ड ने कई स्टेज पर परीक्षण करने के लिए निर्माताओं को लंबा इन्तेजार करवाया। लेकिन अब मेकर्स ने राहत की सांस ली है कि फ़िल्म को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है और 12 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है।
बॉलीवुड ऎक्टर शरद केलकर ने फ़िल्म गोधरा की रिलीज डेट का अनाउंसमेंट किया है। उनकी जानदार आवाज में फ़िल्म का नया टीज़र बनाया गया है। शरद केलकर अपनी वॉइस में दर्शकों से गोधरा की रिलीज डेट की घोषणा करते हुए फ़िल्म देखने की अपील कर रहे हैं।
“एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” के पहले टीज़र ने इंटरनेट पर दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। गोधरा लंबे समय से चली आ रही कहानियों और धारणाओं को चुनौती देते हुए, घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करने का वादा करती है। ओम त्रिनेत्र फिल्म्स द्वारा निर्मित इस फिल्म में रणवीर शौरी, मनोज जोशी, हितू कनोडिया , Denisha Ghumra, Akshita Namdev , Ganesh Yadav और राजीव सुरती जैसे कई शानदार कलाकार हैं।
यह फ़िल्म नानावती मेहता आयोग की रिपोर्ट पर आधारित है, जिसे घटना की जांच का काम सौंपा गया था। निर्देशक एम.के. शिवाक्ष का कहना है, “गोधरा के निर्देशक के रूप में मेरा लक्ष्य हमेशा घटना के पीछे की सच्चाई पर प्रकाश डालना रहा है। मैंने इस फिल्म में दर्शकों के सामने गोधरा कांड की जटिलता और गहराई को उकेरने का प्रयास किया है।” शिवाक्ष ने इस संवेदनशील और ऐतिहासिक घटना को बखूबी पर्दे पर उतारा है, जिससे दर्शक एक गहरी और विचारोत्तेजक यात्रा पर निकलेंगे।
निर्माता बी.जे. पुरोहित गोधरा की नई रिलीज डेट को लेकर कहा, “हमने गोधरा की नई रिलीज डेट को अंतिम रूप देने के लिए कड़ी मेहनत की है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि फिल्म सही समय पर और सही तरीके से दर्शकों तक पहुंचे।
“एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” एक गहन और विचारोत्तेजक फिल्म है जो भयावह ट्रेन हमले की गहराई से जांच करती है, साथ ही इसमें शानदार छायांकन और संवाद भी हैं। यह फिल्म दर्शकों को उस दुखद अतीत पर सोचने के लिए प्रेरित करती है जो आज भी लोगों के मन में गूंजता है