Afghanistan पर Security Council में हुई बैठक, Pakistan को एंट्री न मिलने पर बौखलाया China
अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार देर शाम सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई. इस बैठक में एंट्री न मिलने पर पाकिस्तान ने भारत पर कई आरोप लगाए.
नई दिल्ली: सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान (Afghanistan) पर हुई चर्चा में पाकिस्तान को एंट्री नहीं मिली. इससे उसका सदाबहार दोस्त चीन बुरी तरह बौखला गया है. उसने इस मामले पर अफसोस जताया है.
चीन ने कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी देश (पाकिस्तान) सोमवार की बैठक में शामिल होना चाहते थे. अफसोस है कि उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली. जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान के मुद्दे पर बुलाई गई इस बैठक में परिषद (Security Council meeting on Afghanistan) के 15 सदस्य और संबंधित देश, (यानी अफगानिस्तान) शामिल हुए. बैठक की अध्यक्षता भारत ने की.
बतातें चलें कि भारत इस साल जनवरी से 2 साल के लिए सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना है. अगस्त महीने में परिषद की अध्यक्षता भारत के पास है. अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान के कब्जे के बाद रूस के आग्रह पर सोमवार देर शाम को सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई. सूत्रों के मुताबिक इस चर्चा में पाकिस्तान (Pakistan) समेत कुछ देशों ने गैर सदस्यों को शामिल करने की इजाज़त मांगी थी. हालांकि परिषद सदस्यों के बीच इस मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई. जिसके चलते उन्हें इजाजत नहीं दी गई.
‘पाकिस्तान से नफरत’ करने का आरोप
चर्चा में शामिल होने की अनुमति न मिलने पर UN में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम भड़क गए. उन्होंने भारत (India) पर ‘पाकिस्तान से नफरत’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान (Afghanistan) पर चर्चा में पाकिस्तान भी बोलना चाहता था, लेकिन इजाज़त नहीं मिली.
चीन (China) के प्रतिनिधि गेंग शुअंग भी अपने भाषण में पाकिस्तान (Pakistan) के साथ खड़े नज़र आए. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के कुछ पड़ोसी भी चर्चा में शामिल होना चाहते थे. अफसोस है कि उन्हें अनुमति नहीं मिली.
नियमों की जानकारी नहीं- भारत
वहीं भारतीय (India) राजनयिक सूत्रों ने कहा कि जो देश इसे ‘भारत की नफरत’ बता रहे हैं. उन्हें सुरक्षा परिषद के नियमों की जानकारी नहीं है. सूत्रों के मुताबिक जब तक सदस्यों में आम सहमति न बने, तब तक किसी देश को चर्चा में शामिल नहीं किया जा सकता.