लंबा जीना है तो पड़ोसियों से रहे घुल मिल के
मनुष्य ही एकमात्र प्राणी है जिसका सामाजिक दायरा बहुत बड़ा हैं और वो समाज में रहने वाला प्राणी हैं। पड़ोसी हमेशा आपके सुख दुख में साथ खड़े रहते हैं लेकिन फ्लैट कल्चर से यह सामाजिक ताना बाना बिगड़ चुका हैं अब एक रिसर्च में सामने आया है की पड़ोसियों से घुल मिल कर रहने पर हमें लंबा और सुखद जीवन जीने में मदद मिलती हैं यहां तक कि अवसाद को भी कम करता हैं।
रटगर्स ने जो रिसर्च की है उसके मुताबिक अगर हम पड़ोसी के साथ घुल मिल कर रहेंगे तो न सिर्फ हमारा स्वास्थ्य अच्छा होगा बल्कि इससे हमें लंबा जीवन जीने में भी मदद मिलेगी।
हम अक्सर चाहते है हम अकेले रहे और हमारे प्राइवेसी में कोई दखल न दें लेकिन अकेले रहने पर हमारे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं अगर यही हम पड़ोसी के साथ हंसी खुशी से रहते है तो सकारात्मक प्रभाव के साथ मृत्यु दर में कमी आती हैं ।
अमेरिका में प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अकेले रहने वाले लोगों के फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है उनके अंदर हार्ट की बीमारी, ड्रीपेशन समय से पहले बुढ़ापा आदि कई लक्षण दिखने लगते हैं
इन बढ़ती हुई दिक्कतों को देखते हुए ही यह रिसर्च की गई थी।
ऐसे लोग जो पड़ोसियो से बिल्कुल मतलब नहीं रखते उनमें 48.5 प्रतिशत मृत्यु दर ज्यादा होती हैं ।
रिसर्च के मुताबिक इन डेटा का फायदा उठा कर हम पड़ोसियों से बेहतर रिश्ते कायम कर अपना जीवन स्तर और स्वास्थ्य बेहतर कर एक सकारात्मक शुरुआत कर सकते हैं।