अडानी के गिरते शेयर क्या बताते हैं
मंगलवार को अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. सभी शेयर लाल निशान में बंद हुए. दरअसल, Fitch रेटिंग्स की क्रेडिटसाइट्स की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
दरअसल, बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक एशिया और भारत के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी के कारोबार विस्तार पर Fitch रेटिंग्स ने सवाल खड़े किए हैं. Fitch रेटिंग्स की क्रेडिटसाइट्स ने अपनी एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप (Adani Group) के कारोबार के आक्रामक विस्तार और कैश फ्लो (Cash Flow) को लेकर चिंता जताई है. इस रिपोर्ट के आने के बाद आज अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. Adani Power के शेयर में तो लोअर सर्किट लग गया. आज शेयर बाजार खुलने के बाद अडानी ग्रुप के शेयर में बिकवाली का माहौल रहा।
क्रेडिटसाइट्स की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप ने तेजी से अपने कारोबार के विस्तार के लिए इसके क्रेडिट मेट्रिक्स और नकदी प्रवाह पर दबाव डाला है. हालांकि एजेंसी की इस रिपोर्ट पर अभी तक अडानी ग्रुप की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अडानी समूह के पास अडानी एंटरप्राइजेज के माध्यम से मजबूती के साथ कंपनियों के संचालन का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड मौजूद है।
आज अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 4.03 फीसदी की गिरावट के साथ 2,929.05 रुपये पर आ गया. हालांकि, मार्केट क्लोज होने तक इसके शेयर ने रिकवरी की और 0.42 फीसदी की गिरावट के साथ 3,038 रुपये पर बंद हुआ. अडानी पोर्ट के शेयर भी बीएसई पर 4.06 फीसदी गिर गया. इसके अलावा अडानी ग्रुप के कई और शेयर रेड में ही क्लोज हुए.
अडानी पावर का शेयर आज सुबह ही गिरावट के साथ खुला और ये पहले सेशन में ही बिखर गया. अडानी पावर का शेयर शुरुआती कारोबार में 4.99 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. अडानी ट्रांसमिशन के शेयर बीएसई पर 4.57 फीसदी की गिरावट के साथ 3,319 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया।
बीएसई पर अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 6.9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. आज अडानी ग्रीन के शेयर 4.69 फीसदी की गिरावट के साथ 2,401 रुपये पर क्लोज हुए. अडानी गैस के शेयर भी आज शुरुआती कारोबार में नीचे गिरे थे. लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली और ये 2.13 फीसदी की बढ़त के साथ 3,436 रुपये पर क्लोज हुआ।
क्रेडिटसाइट्स के अनुसार, अडानी समूह ने पिछले कुछ वर्षों में आक्रामक विस्तार योजना को आगे बढ़ाया है. क्रेडिट नोट में कहा गया है कि अडानी समूह नए या अलग तरह की व्यवसायों में हाथ आजमा रहा है. अडानी समूह बीते कुछ साल से आक्रामक तरीके से अपने कारोबार के विस्तार में जुटा है. इसी साल अडानी ग्रुप ने जुलाई में 1.2 अरब डॉलर में इजरायल में हाइफा बंदरगाह का अधिग्रहण किया था. हाल ही में 5G की नीलामी में भी अडानी ग्रुप ने भाग लिया था।
अडानी समूह ने साल 1980 के दशक में जिंस कारोबारी के रूप में काम शुरू किया और बाद में खान, बंदरगाह और बिजली संयंत्र, हवाईअड्डा, डेटा सेंटर तथा रक्षा जैसे क्षेत्रों में कदम रखा. हाल ही में समूह ने होल्सिम की भारतीय इकाइयों का 10.5 अरब डॉलर में अधिग्रहण कर सीमेंट क्षेत्र कदम रखा है।