मेरे मन की कस्तूरी के लिए मोटी नायिका खोजना एक टेढ़ी खीर
कलाकार का चयन हमेशा एक सिरदर्दी वाली चीज हैं और भूमिका अलग किस्म की हो तो ये मुसीबत और भी बड़ी बन सकती हैं मेरे मन की कस्तूरी के लिए मुझे एक मोटी लड़की की आवश्यकता थी यह पात्र मेरे जेहन में जस्सी धारावाहिक से आया था । करीब दो महीने से मोटी और अच्छी अभिनेत्री की तलाश में लगा हुआ निर्देशक मनोज गिरी और निर्माता घनश्याम पटेल दोनो इस बात से सहमत थे की लड़की मोटी के साथ अच्छी अभिनेत्री हो अमूनन मुख्य भूमिका की तलाश हो तो कई आप्शन आ जाते हैं लेकिन एक मोटी और अच्छी अभिनेत्री खोजना बेहद चुनौती पूर्ण कार्य था उस दौरान में दस से अधिक लड़कियों से मिला लेकिन उसमें वो कस्तूरी वाली बात नही थी । हमारे कास्टिंग डायरेक्टर प्रतिदिन किसी न किसी की तस्वीर भेज रहे थे अंततः शूटिंग का दिन नज़दीक आ रहा था सो अब फ़ाइनल करना ज़रूरी हो गया था । वो दिन भी आया जब कस्तूरी को फाइनल करना था घर पर ही तीन लड़कियों को बुलाया गया मैं और मनोज जी सामने ऑडिशन ले रहे थे ऐसा लगा की तीनों लड़कियों में कुछ कुछ अच्छी चीजें थीं और हमारे लिए परेशानी बढ़ रही थी की किसे फ़ाइनल किया जाए एक बार किसी को फ़ाइनल करने का मतलब था पूरे 52 कड़ियों तक उसके साथ ही काम करना था भले ही वो अच्छा अभिनय ना करे मनोज जी ने जो लड़की फाइनल की वो लुक में सर्वश्रेष्ठ थी लेकिन हम दोनों ने ही उसके अभिनय को लेकर सशंकित थे इसलिए उसका विचार छोड़ दिया गया और जो दूसरी लड़की चुनी गई उसके सवाल जवाब इतने थे उसे लेने के विचार को तुंरत टीम ने खारिज कर दिया और अंततः कस्तूरी के लिए पूजा जाधव चुन ली गई और जिस बेबाकी से उन्होंने ये भूमिका निभाई वो काबिले तारीफ हैं।