संगीतकार श्रवण राठौड़ का निधन
कोरोना ने बॉलीवुड को जितनी क्षति पहुंचाई हैं शायद ही किसी चीज ने पहुँचाया होगा। संगीतकार श्रवण की कोरोना से निधन हो गया कुछ दिन पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नदीम श्रवण की जोड़ी नब्बे के दशक की सबसे हिट जोड़ी मानी जाती हैं लेकिन गुलशन कुमार की हत्या में नाम आने के बाद नदीम लंदन भाग गए उसके बाद से ये जोड़ी टूट गयी । 1975 में आई भोजपुरी फ़िल्म दंगल से इन्होंने अपने संगीत का सफ़र शुरू किया था। 1990 में आई फ़िल्म आशिकी के गाने से ये जोड़ी रातों रात धूम मचा दिया और अपना पहला फ़िल्म फेयर आवार्ड जीता फिर तो साजन, दिल है की मानता नही ,धड़कन ना जाने कितने फिल्मों में इन्होंने अपनी संगीत की क्षमता का लोहा मनवाया । इस जोड़ी का रंग गुलशन कुमार की हत्या के बाद धीरे धीरे फीका पड़ता गया था। इस बारे में श्रवण ने एक साक्षात्कार में कहा था मैंने लोगो की नज़र लगते सुना था हमारी जोड़ी को नज़र लग गयी। आज संगीत का एक सितारा अस्त हो गया लेकिन अपने मधुर संगीत से श्रवण हमेशा हमारे बीच रहेंगे।