कालीदास जैसे महामूर्ख से एक बुद्धिमान रानी ने शादी क्यों की
राजकुमारी विद्युत तमा ने यह प्रतिज्ञा ली थी। जो इंसान उसे शास्त्रार्थ में हरा देगा, उसी के साथ वह विवाह करेंगी और उसे कोई भी हरा नहीं सका। विद्युत मा से शास्त्रर्थ में हारे हुए लोगों ने उसके ज्ञान के घमंड को तोड़ने के लिए उसका विवाह 1 मूर्ख इंसान ऐसी कराने की योजना बनायी। कालीदास को इतिहास का सबसे बड़ा मूर्ख माना जाता है। उनके बारे में ऐसा कहा जाता था कि वह पेड़ की जिस डाल पर बैठे थे, उसी डाल को काट रहे थे।
1 दिन उन्होंने दरबार में कालीदास को लाया। विद्युत मा मौन शब्दावली में गुण प्रश्न पूछती थी। इसे कालिदास अपनी बुद्धि से मौन संकेतों से ही जवाब दे देते थे। विदुतमाको लगा कि कालीदास काफी विद्वान हैं और उन्होंने कालीदास से विवाह कर लिया।
विवाह के बाद धीरे धीरे विद्युता को समझ आया कि वे अनपर और मूर्ख हैं। अब विद्युत मा ने कालीदास को घर से निकाल दिया और कहा की जब विद्वान बन जाना तभी मेरे पास आना। अब वे उज्जैन में माँ गण कालिका के मंदिर चले गए और महाकाली की आराधना की। माँ काली की कृपा से उन्हें हर प्रकार का ज्ञान हो गया और वे आगे चलकर महाकवि कालीदास के नाम से जाने गए।