सांप के जहर से लड़ने में घोड़ा कैसे मदद करता हैं
कभी सोचा है कि सी सांप के काटने के बाद दिए जाने वाले एंटी वेनम कैसे बनते हैं? सबसे पहले सांप के ज़हर को निकाल कर उसे डिल्यूट पतला किया जाता है ताकि जहर थोड़ा कमजोर हो जाए। फिर इस जहर को घोड़े की बॉडी में इंजेक्ट कर दिया जाता है ताकि खून में जहर से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बन सके। जिससे घोड़े की हालत खराब हो जाती है।
फिर जब घोड़ा थोड़ा ठीक हो जाता है तो उसे फिर से इंजेक्शन लगा दिया जाता है। ये प्रोसेस तब तक चलती है जब तक घोड़े में एंटीबॉडीज न बन जाए। फिर उसके बाद घोड़े की जगुलरवेनऐसी खून निकाल कर। लैब में एंटीबॉडीज को अलग कर लिया जाता है जिससे एंटी वेनम बनता है ।