सौरव गांगुली के बहाने ममता और बीजेपी आमने सामने आई
सौरव गांगुली को आगे BCCI अध्यक्ष न बनाने पर ममता और बीजेपी आमने सामने आ आई है जहाँ एक ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गांगुली को हटाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है तो बीजेपी ने उसका जवाब दिया हैं
ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली के फिर से BCCI अध्यक्ष नहीं बनने पर आश्चर्य जताया है. उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विनती करती हैं कि पूर्व क्रिकेटर गांगुली को ICC अध्यक्ष की दौड़ में शामिल होने दिया जाए.
मीडिया की ख़बरों के अनुसार , उत्तरी बंगाल के दौरे पर निकलीं सीएम बनर्जी ने कहा,
‘सौरव गांगुली हमारे लिए गर्व हैं, वो अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और बतौर प्रशासक भी अच्छा काम किया है. उन्हें तीन सालों के लिए बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था और उन्होंने बेहद अच्छे तरीके से अपनी ये भूमिका भी निभाई. हमें नहीं पता कि इसके बावजूद उन्हें क्यों हटा दिया गया और अमित बाबू (अमित शाह के बेटे जय शाह) अपने पद पर बने हुए हैं. हमें इस बात से दिक्कत नहीं है कि वो BCCI सचिव बने हुए हैं, लेकिन हम ये जानना चाहते हैं कि आखिर क्यों सौरव को BCCI अध्यक्ष के पद से हटाया गया है.’
ममता बनर्जी ने आगे कहा की
‘प्रधानमंत्री से मेरा यह विनम्र निवेदन है कि उन्हें ICC के चुनाव लड़ने की इजाजत दी जाए. उन्हें इससे वंचित किया जा रहा है. उनकी क्या गलती है.’
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली का कार्यकाल 18 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है. इससे पहले जब ये खबर आई थी कि गांगुली इस बार BCCI अध्यक्ष की दौड़ में शामिल नही हैं, तो तृणमूल कांग्रेस, माकपा और कांग्रेस ने प्रदर्शन किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि गांगुली के साथ ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उन्होंने बीजेपी का साथ देने से इनकार कर दिया था.
इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर जवाबी हमला किया है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल के ब्रांड अंबेसडर के पद से शाहरूख खान को हटाकर कर वहां सौरव गांगुली को नियुक्त करना चाहिए.
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान अधिकारी ने कहा,
‘शाहरूख खान को हटाकर सौरव गांगुली को पश्चिम बंगाल का ब्रांड अंबेसडर बनाया जाए. अगर ममता बनर्जी सौरव गांगुली को सम्मान देना चाहती हैं तो उन्हें गांगुली को पश्चिम बंगाल का ब्रांड अंबेसडर बना देना चाहिए. स्पोर्ट्स में राजनीति न करें.’
अधिकारी ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं.