गैंग रेप पीड़ित की कहानी पर आधारित फ़िल्म “कूकी” का रौंगटे खड़े कर देने वाला ट्रेलर आउट, कान फेस्टिवल में भी हुई थी स्क्रीनिंग
बलात्कार और गैंग रेप जैसा जघन्य अपराध आज भी हमारे समाज पर एक गहरा दाग है। गैंगरेप की पीड़ित लड़की न केवल शारीरिक रूप से दर्द झेलती है बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत ही गहरा घाव महसूस करती है जिससे उबरने में उसे रोज़ मरना पड़ता है। गैंग रेप पीड़ित की कहानी पर आधारित अपकमिंग फ़िल्म “कूकी” का रौंगटे खड़े कर देने वाला ट्रेलर आउट हो गया है जिसे देखकर आप का मन मस्तिष्क विचलित हो सकता है। ऐसे दरिंदो के प्रति आपका गुस्सा आसमान पर पहुंच सकता है।
निर्मात्री जुनमोनी देवी खाउंड की फ़िल्म कूकी 28 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इस संवेदनशील फ़िल्म में कूकी का टाइटल रोल रितीषा खाउंड ने निभाया है जबकि बिग बॉस फेम टीवी स्टार देवोलीना भट्टाचार्जी ने इसमें एक पत्रकार की भूमिका निभाई हैं। फ़िल्म के निर्देशक प्रणब जे. डेका हैं।
कूकी रोते हुए जब यह सवाल करती है कि “क्यों बलात्कार को सबसे जघन्य अपराध नहीं माना जाता। अगर मेरा मर्डर हो जाता तब वह सबसे जघन्य अपराध होता?” तब रूह तक कांप जाती है।
ट्रेलर की शुरुआत स्वीट सिक्सटीन की प्रेम कहानी बयान करती है लेकिन कूकी की ज़िंदगी रेप के बाद बदल जाती है।
प्रोड्यूसर डॉ जुनमोनी देवी खाउंड का इस फ़िल्म के माध्यम स यही कहना है कि देश मे हत्या को सबसे बड़ा और जघन्य जुर्म माना जाता है मगर बलात्कार भी किसी हत्या के जुर्म से कम नही है क्योंकि जान बच जाने के बावजूद बलात्कार की शिकार लड़की पल पल मरती रहती है। यह ट्रॉमा काफी समय तक लड़की के साथ रहता है।
इस प्रकार की घटनाओं में मीडिया की भूमिका को भी दर्शाया गया है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि मीडिया में सनसनीखेज खबर चलती है फिर से एक दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया है। एक नाबालिग लड़की को नग्न अवस्था में जख्मी पाया गया है। ये नाबालिग के साथ बलात्कार का मामला है।”
ट्रेलर में कुछ और भी दमदार संवाद हैं “वो लड़की रो रही है, तुम्हारे सामने गिड़गिड़ा रही है, अपनी जिंदगी की भीख मांग रही है और तुम उसमें सुख ढूंढ रहे हो।”
इस फ़िल्म की स्क्रीनिंग कान फ़िल्म महोत्सव के अन्तर्गत फिल्म मार्केट (मार्चे डु फिल्म) में भी की गई और सराही भी गई और अब 28 जून को थिएटर में रिलीज हो रही है।
निरी मीडिया ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी इस फिल्म के लिए अविनाश चौहान, इब्सन लाल बरुआ और डॉ. सागर ने गीत लिखे हैं, पल्लब तालुकदार, सौरव महंत और तपन ज्योति दत्ता द्वारा रचित संगीत कहानी को और भी गहराई देते हैं। सुनिधि चौहान, दिव्य कुमार, मोहम्मद फैज़ और कृतिका शर्मा सिंगर हैं। इस फ़िल्म में देबोलीना भट्टाचार्य, रितीषा खाउंड के अलावा रीना रानी, दीपानिता शर्मा,
आशा चोटानी, बन्दीप शर्मा, उज्ज्वल बरुआ जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म का वितरण जय विरात्रा एंटरटेनमेंट लिमिटेड कर रही है।