स्टूडेंट ऑफ द ईयर में हिट होने के बाद भी आर्थिक नुकसान के बाद कई रातें नींद की दवा लेनी पड़ी थी : करण जौहर
कोई भी हिंदी फिल्म तब तक सफल नहीं मानी जाती जब तक वो बॉक्स आफिस यानी टिकट खिड़की पर पैसा नही कमाती लेकिन कोरोना के बाद से कई बड़ी फिल्में टिकट खिड़की पर औंधे मुंह गिर रही हैं। पूरे फिल्म उद्योग पर एक उदासी छाई हुई और इससे जुड़े लोग चिंता में है जबकि वही दक्षिण भारत की फिल्मों ने अपनी सफलता से सबको चकाचौंध कर दिया हैं। कई लोग हिंदी फिल्मों के खराब प्रदर्शन पर बात करना शुरू कर दिया हैं अब फिल्मों के बजट से लेकर स्टार के मेहताना तक की चर्चा शुरू हो गई हैं। अब हिंदी फिल्म के उद्योग के मशहुर निर्माता निर्देशक करण जौहर ने अपनी बात रक्खी हैं जिसे लोग सीधे तौर पर कार्तिक आर्यन से जोड़ कर देख रहे हैं।
करण अपनी बेबाक बातों के लिए जाने जाते है और इस मुद्दे पर पहले भी कई बार कह चुके हैं अपने ताजा साक्षात्कार में उन्होंने कहा है की वो स्टार भी उनसे 20 करोड़ मांगते हैं जिनकी पहले दिन की कमाई ही 5 करोड़ होती हैं।
‘ स्टुडेंट ऑफ द ईयर’ एक सफल फिल्म होते हुए भी उसे आर्थिक नुकसान हुआ ।
करण जौहर ने यह साक्षात्कार Masters’ Union पॉडकास्ट को दिया हैं उन्होंने फिल्म उद्योग के बदलाव पर भी खुल कर बात की ।
बतौर करण वो एक बहुत भावुक इंसान है। उनका दिल हमेशा हिंदी फिल्मों के लिए हैं लेकिन एक बिजनेस मैन के तौर पर तेलुगु इंडस्ट्री उन्हे फायदेमंद लगती हैं।
करण जौहर ने आगे कहा बड़े ही निराशाजनक बात है की फिल्म के बजट का एक बड़ा हिस्सा स्टार ले जाते हैं वो हमेशा गफलत में रहते हैं जिसका कोई इलाज नहीं हैं , 5 करोड़ की ओपनिंग वाले स्टार 20 करोड़ मांगते हैं ।
करण अपनें पिता यश जौहर की बात याद करते हुए कहते हैं की उनके पिता ने कहा था फिल्म कभी असफल नहीं होती उसका बजट असफल होता हैं। स्टूडेंट्स आफ द इयर हुए आर्थिक नुकसान के बाद वो कई रातें सो नहीं पाए उन्हे दवा का सहारा लेना पड़ा।
2012 में आई स्टूडेंट ऑफ द ईयर का बजट 60 करोड़ था जबकि फिल्म ने 70 करोड़ कमाए थे ।
करण जौहर की ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ जल्द रिलीज़ होने वाली है फिल्म में रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, धर्मेंद्र, जया बच्चन और शबाना आज़मी जैसे कलाकार नज़र आने वाले हैं फिल्म 28 अप्रैल, 2023 को रिलीज़ होगी ।