Wednesday, October 30, 2024
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कब से शुरू हो रहे है पितृ पक्ष

दस सितंबर 2022 से पितृ पक्ष शुरू होकर समापन सर्व पितृ विसर्जनी अमावस्या के दिन यानी की 26 सितंबर 2022 को होगा ।
भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन कृष्णपक्ष अवमस्या तक के सोलह दिनों को पितृपक्ष कहते हैं. जिस तिथि को माता -पिता का देहांत होता है। उस तिथि को पितृपक्ष में उनका श्राद्ध किया जाता है. शास्त्रों के अनुशार पितृपक्ष में अपने पितरों के निर्मित जो अपनी सामर्थ्य के अनुरूप शास्त्र विधि से श्रध्दापूर्वक श्राद्ध करता है उनका मनोरथ पूर्ण होता है।
कौए को पितरों का रूप माना जाता है। मान्यता है कि श्राद्ध ग्रहण करने के लिए हमारे पितृ कौए का रूप धारण कर नियत तिथि पर दोपहर के समय हमारे घर आते हैं। अगर उन्हें श्राद्ध नहीं मिलता तो वह रुष्ट जाते हैं. इस कारण श्राद्ध का प्रथम अंश कौओं को दिया जाता है।

कहते हैं श्राद्ध पक्ष में पितर धरती पर आते हैं ,इस दौरान तर्पण, पिंडदान करने से उन्हें शांति मिलती है। पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए ये समय बहुत लाभकारी होता है ।पितृपक्ष में विधिवत पूर्वजों का श्राद्ध किया जाए तो घर में खुशहाली आती है। धन में बढ़ोत्तरी होती है । पितरों की तृप्ति के लिए कौन, कब कर सकता है तर्पण और श्राद्ध कर्म ,आइए विस्तार से जानते है।

पिता का पिण्ड दान और जल-तर्पण पुत्र को करना चाहिए. अगर पुत्र न हो तो पोता या पत्नी और पत्नी न हो तो भाई- भतीजे भी श्राद्ध कर सकते हैं।
शास्त्रों के अनुसार पितरों के निमित्त तर्पण करने का पहला अधिकार बड़े पुत्र का होता है।
मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अगर किसी व्यक्ति का पुत्र न हो तो उसकी बेटी का बेटा यानी की उसका नवासा भी तर्पण कर सकता है।
बेटा न हो तो सास-ससूर का पिंडदान बहू भी कर सकती है. उसी तरह ससुर का श्राद्ध दामाद भी तब कर सकता है जब उनका कोई पुत्र न हो।
बेटी की शादी न हुई हो तो उसे भी अपने माता पिता का श्राद्ध करने का अधिकार है।
कुल का कोई सदस्य न बचा हो तो ऐसे हालात में उनका तर्पण कुल के पुरोहित भी कर सकते हैं।

पितृ पक्ष 15 दिन तक चलते हैं और इन दिनों श्राद्ध करने की कौन सी तिथियां यह भी जान लीजिए:

पूर्णिमा श्राद्ध : 10 सितंबर 2022:
प्रतिपदा श्राद्ध : 10 सितंबर 2022
द्वितीया श्राद्ध : 11 सितंबर 2022
तृतीया श्राद्ध : 12 सितंबर 2022
चतुर्थी श्राद्ध : 13 सितंबर 2022
पंचमी श्राद्ध : 14 सितंबर 2022
षष्ठी श्राद्ध : 15 सितंबर 2022
सप्तमी श्राद्ध : 16 सितंबर 2022
अष्टमी श्राद्ध: 18 सितंबर 2022
नवमी श्राद्ध : 19 सितंबर 2022
दशमी श्राद्ध : 20 सितंबर 2022
एकादशी श्राद्ध : 21 सितंबर 2022
द्वादशी श्राद्ध: 22 सितंबर 2022
त्रयोदशी श्राद्ध : 23 सितंबर 2022
चतुर्दशी श्राद्ध: 24 सितंबर 2022
अमावस्या श्राद्ध: 25 सितंबरर 2022

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