रक्षा बंधन एक इमोशनल फिल्म हैं रुला देगी फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी है चांदनी चौक में रहने वाले अक्षय कुमार यानि लाल केदारनाथ चाट की दुकान चलाने वाले केदारनाथ की जिसकी चार बहने हैं। और उसे चिंता है उनकी शादी की और शादी में देने वाले दहेज के रकम की । इन शादियों के लिए केदारनाथ क्या-क्या सहता है इसी कहानी को आनंद राय ने बड़े साधारण और मार्मिक तरीके से दिखाया है। कहानी इतनी सिंपल है कि आपको लगेगा ये तो बहुत बार सुनी है लेकिन इसे जिस तरह से कहा गया है वो दिल को छू लेता है और आंखों में आंसू छोड़ जाता है। ये ऐसा एहसाह दिलाता है की मानो आपके आस पास की घटित हो रहा हो।
फिल्म मनोरंजक तरीके से एक मजबूत संदेश देती है। भले ही ये पुराना है, लेकिन शायद सब तक ये अब नहीं पहुंचा है और इस फिल्म के जरिए पहुंचना चाहिए। फिल्म देखकर जब आप बाहर निकलते हैं तो कुछ लेकर आते हैं. एक मैसेज और साथ में अक्षय एंड सिस्टर्स के चेहरे जो आपकी आंखों के आगे घूमते रहेंगे. आनंद राय कमाल के कहानीकार हैं.फैमिली फिल्में बनाने के वो एक्सपर्ट हैं.ये बात फिर साबित हुई. इस फिल्म को U सर्टिफिकेट मिला है और इसे आप फैमिली के साथ बड़े आराम से देख सकते हैं।
हिमांशु शर्मा और कनिका ढिल्लों ने फिल्म को हल्के फुल्के अंदाज में शान दार तरीके से लिखा हैं। डायलॉग आपको खूब हंसाते हैं और एंटरटेन करते हैं. फिल्म का संगीत भी अच्छा है और फिल्म की पेस पर फिट बैठता है. फिल्म 1 घंटा 50 मिनट की है और बहुत तेजी से बिना बेकार का ज्ञान दिए आगे बढ़ती है और ये एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक है । छोटी होने की वजह से ये फिल्म बिल्कुल बोरिंग नहीं लगती और प्रोग्रामिंग के लिए भी अच्छा हैं इसके शोज भी ज्यादा चलाए जा सकते हैं।
फिल्म में अक्षय कुमार ने कमाल का अभिनय किया हैं भूमि के साथ चारो बहने भी खूब जमी हैं। फिल्म में कुछ कमियां भी है कुछ दृश्य बार बार आते है गाने जबान पर नहीं चढ़ते लेकिन वो फिल्म में बाधक नहीं बनते ।
तीन ⭐⭐⭐