इमादी रवि: वो ‘डिजिटल डॉन’ जिसने साउथ इंडस्ट्री को 35,000 करोड़ का झटका दिया

हैदराबाद पुलिस ने 14 नवंबर 2025 की रात एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने भारतीय सिनेमा—ख़ासकर दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री—को वर्षों तक अदृश्य तरीके से लूटा। कुकटपल्ली इलाके के एक फ्लैट में छापेमारी के दौरान पकड़ा गया यह शख्स था इमादी रवि, वही नाम जिसने 2019 से 2025 के बीच इंडस्ट्री को 35,000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया।

कौन है इमादी रवि?

39 साल का रवि विशाखापट्टनम का रहने वाला, कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट और आईसीएफएआई मुंबई से एमबीए है। शुरू में उसने एक टेक कंपनी चलाई, लेकिन बाद में टेक का इस्तेमाल भारत के सबसे संगठित पाइरेसी नेटवर्क बनाने में किया।

2019 में उसने लॉन्च की iBomma और Bappam TV, जिनके जरिए वह 21,000 से अधिक तेलुगु, तमिल और मलयालम फिल्मों की पाइरेसी करता रहा। दोनों साइट्स के 50 लाख से ज्यादा यूज़र्स का डेटा भी चुराया गया।

कैसे चलता था यह नेटवर्क?

रवि का साम्राज्य किसी इंटरनेशनल क्राइम फिल्म जैसा था—

फ्रांस, नीदरलैंड्स, म्यांमार, दुबई और कैरेबियन में फैले ऑफशोर सर्वर

65 मिरर डोमेन, जो ब्लॉक होते ही तुरंत नए नाम से सक्रिय

कैमरा रिकॉर्डिंग, एडिटिंग और अपलोडिंग का पूरा ‘इन-हाउस सिस्टम’

टेलीग्राम चैनलों के जरिए करोड़ों की पहुंच

गूगल ऐड्स, क्रिप्टो डोनेशन और अवैध बेटिंग ऐप्स से बड़ी कमाई

सिर्फ भारत से ही हर महीने 37 लाख विजिटर्स आते थे।

फिल्म इंडस्ट्री को सबसे बड़ा झटका

तेलुगु से लेकर तमिल और मलयालम तक, कई बड़ी फिल्मों की कमाई रिलीज़ के पहले हफ्ते में ही 20-30% तक गिर जाती थी।

गेम चेंजर, O.G., कुबेरा, HIT: The Third Case जैसी फिल्मों को रिलीज़ के दिन ही लीक कर दिया गया।

इंडस्ट्री हर साल हजारों करोड़ खो रही थी—2024 में सिर्फ तेलुगु इंडस्ट्री को ₹3,700 करोड़ का नुकसान हुआ।

कैसे पकड़ा गया?

रवि ने अपने नेटवर्क को इतना सुरक्षित बनाया था कि पुलिस को करीब दो साल तक इंटरनेशनल एजेंसियों की मदद लेनी पड़ी।

14 नवंबर की रात जब पुलिस ने छापा मारा, तो वह डिवाइस से डेटा डिलीट करता पकड़ा गया, लेकिन सबूत बच गए।

उसके कई साथी—जनक किरण कुमार, सिरिल लिफेंट राज, अरसलान अहमद, हरीश—पहले ही पकड़े जा चुके थे।

अब iBomma, Bappam TV और उनके 65 डोमेन हमेशा के लिए बंद कर दिए गए हैं। रवि पर 7 एफआईआर दर्ज हैं, और उसे 3 से 7 साल की जेल हो सकती है।

पुलिस और इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के बड़े सितारों ने पुलिस को धन्यवाद दिया।

कमिश्नर साजन आर ने कहा—

“यह शुरुआत है। नेटवर्क का एक-एक सदस्य पकड़ा जाएगा।”

निष्कर्ष

इमादी रवि की गिरफ्तारी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी जीत है, लेकिन पाइरेसी अब भी खत्म नहीं हुई। यह ऐसा अपराध है जिसकी जड़ें बार-बार उगती हैं।

फिर भी, यह कार्रवाई साफ संदेश देती है—

टेक्नोलॉजी चाहे कितनी भी तेज हो जाए, कानून उससे एक कदम आगे ही रहेगा।

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